दिल्ली यूनिवर्सिटी (DU) ने अभियांत्रिकी, वाणिज्य, कला, विज्ञान और अन्य कई कोर्सेज के लिए 71 हजार अंडरग्रेजुएट सीटों के लिए रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया शुरू की है। यह रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया दिल्ली यूनिवर्सिटी के एडमिशन के पहले चरण को संकेत करती है। एडमिशन के लिए, उम्मीदवारों को सीयूईटी (CUET) पर आधारित और कॉमन सीट अलोकेशन सिस्टम (CSAS) 2023 में रजिस्ट्रेशन करवाना आवश्यक होगा। यह सुनिश्चित करेगा कि आप DU में एडमिशन के लिए पात्र हों।

दिल्ली यूनिवर्सिटी में एडमिशन

Delhi University 2023-24 : दिल्ली यूनिवर्सिटी ने 71 हजार अंडरग्रेजुएट सीटों के लिए रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया शुरू कर दी है। यह रजिस्ट्रेशन अब तकी है एक नया अकादमिक सत्र 2023-24 के लिए, जहां यूनिवर्सिटी कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (CUET) के आधार पर एडमिशन करेगी। सीयूईटी 17 जून तक चलेगा और रिजल्ट के बाद जुलाई में एडमिशन प्रक्रिया शुरू होगी। दिल्ली यूनिवर्सिटी 16 अगस्त से नए सत्र की शुरुआत करेगी, और इस दिन से कॉलेजों में क्लासें आरंभ होंगी। बुधवार को डीयू वाइस चांसलर ने यूजी रेगुलर, एसओएल और एनसीवेब पोर्टल का शुभारंभ किया। विश्वविद्यालय प्रशासन ने रजिस्ट्रेशन पोर्टल (admission.uod.ac.in) को लॉन्च किया है, जहां छात्र रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं।

दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) में एडमिशन के लिए सीयूईटी और कॉमन सीट अलॉकेशन सिस्टम 2023 में आवश्यक है। हालांकि, यदि कोई छात्र सीयूईटी में डीयू के लिए रजिस्ट्रेशन नहीं कराया है, तो वह भी डीयू में एडमिशन के लिए आवेदन कर सकता है। विश्वविद्यालय के उपाध्यक्ष प्रो. योगेश सिंह ने बताया कि डीयू में इस वर्ष लगभग 71 हजार सीटों के लिए 68 कॉलेज/इंस्टिट्यूट/सेंटर में 78 यूजी प्रोग्राम और 198 बीए प्रोग्राम कॉम्बिनेशन के द्वारा दाखिले होंगे। उन्होंने बताया कि डीयू में 1553 कोर्स कॉम्बिनेशन उपलब्ध हैं। पिछले वर्ष की तरह, डीयू में सीयूईटी के स्कोर के आधार पर एडमिशन प्रक्रिया चल रही है, जो राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) द्वारा पूरे देश में आयोजित की जाती है। प्रो. सिंह ने बताया कि सीयूईटी यूजी के फॉर्म में 1.30 हजार स्टूडेंट्स ने बीकॉम (ऑनर्स) और बीकॉम के लिए 1,26,239 स्टूडेंट्स ने अपनी रुचि दर्ज की है।

​पहले राउंड में 20% ज्यादा एडमिशन – दिल्ली यूनिवर्सिटी में एडमिशन

डीयू के वाइस चांसलर ने बताया है कि एडमिशन प्रक्रिया में सीटों की खाली जगहों के आधार पर राउंड की संख्या तय की जाएगी। पहले राउंड में, जनरल, ओबीसी और ईडब्ल्यूए के लिए 20% अतिरिक्त सीटें आवंटित की जाएंगी और एससी, एसटी के लिए 30% अतिरिक्त सीटें होंगी। हालांकि, जिन कॉलेजों में वापसी दर 5% से कम है, जिसका मतलब है कि वहां स्टूडेंट्स कॉलेज बदलने के लिए एडमिशन वापस नहीं लेते हैं, उन कॉलेजों में अतिरिक्त एडमिशन की प्रक्रिया 10% (जनरल, ईडब्ल्यूएस, ओबीसी – नॉमन क्रीमी लेयर) और 15% होगी। अन्य कॉलेजों में 20%-25% अतिरिक्त एडमिशन होते हैं, जिससे कॉलेजों को कुछ कठिनाइयाँ हो सकती हैं। एडमिशन की आधार परीक्षा में ईसीए मेरिट और संयुक्त स्पोर्ट्स मेरिट के आधार पर होगा। इन दोनों कैटेगरी में करीब 3500 सीटें हैं।

पहला फेज – दिल्ली यूनिवर्सिटी में एडमिशन

डीयू की डीन एडमिशंस, प्रो. हनीत गांधी ने बताया है कि 2023 के लिए डीयू में दाखिले की प्रक्रिया कॉमन सीट अलॉकेशन सिस्टम 2023 (CSAS) के माध्यम से ऑनलाइन होगी। CSAS दो फेजों में होगा, और पहला फेज पहले ही शुरू हो चुका है। इस फेज में, छात्रों को ऑनलाइन फॉर्म में आवश्यक जानकारी भरनी होगी।

दूसरा फेज – दिल्ली यूनिवर्सिटी में एडमिशन

दूसरा फेज CSAS के अधीन होगा और इसका आयोजन सीयूईटी के परिणाम के बाद होगा। डॉ. हनीत ने बताया है कि रिजल्ट के बाद दूसरा फेज शुरू होगा, जिसमें छात्रों को उपयुक्तता के आधार पर कॉलेज और कोर्स चुनने की अनुमति होगी और अपनी प्राथमिकता भरनी होगी। इसके बाद, छात्रों को सिमुलेटेड रैंक दिया जाएगा, राउंड के लिए सीट आवंटन किया जाएगा और एडमिशन होगा। छात्रों के द्वारा भरे गए कॉम्बिनेशन की संख्या बढ़ने से, उनके एडमिशन के लिए पक्का चांस बढ़ जाएगा। वे यह भी बताते हैं कि छात्रों को अब से ही इंफोर्मेशन बुलेटिन की समीक्षा करके प्राथमिकता के आधार पर चयन करना शुरू कर सकते हैं, जिससे आगे के लिए बहुत सुविधा होगी।

​खाली सीटों के आधार पर राउंड – दिल्ली यूनिवर्सिटी में एडमिशन

जब एक छात्र को सीट आवंटित की जाती है, तो उसके पास सिर्फ उस सीट को स्वीकार करने का विकल्प होता है। उसके बाद, कॉलेज उस सीट को मंजूर करेगा और छात्र को फीस जमा करके एडमिशन लेना होगा। अगर छात्र इसे नहीं करता है, तो वह सिस्टम से बाहर हो जाता है। यह प्रक्रिया उन्हें सिस्टम की नियमों को पालन करने के लिए समझाती है और सुनिश्चित करती है कि छात्र सिर्फ उस सीट को पक्का करते हैं जिसे उन्हें आवंटित किया गया है।

सीट करें ‘अपग्रेड’

उम्मीदवार जिन्हें दूसरा कॉलेज चाहिए, उन्हें ‘अपग्रेड’ विकल्प का चयन करना होगा। इसमें, स्टूडेंट अपनी प्राथमिकता को नए क्रम में रख सकता है और उपलब्ध सीटों की उपलब्धता को देखकर इसे अगले राउंड में विचार किया जाएगा। यदि सीट आवंटित होती है, तो ‘सबमिट’ बटन दबाकर अपग्रेड करने का विकल्प उपलब्ध होगा। उम्मीदवार को अपग्रेड की गई सीट को ‘स्वीकार’ करना होगा और प्रवेश प्रक्रिया को पूरा करना होगा। यदि कोई स्टूडेंट कोई कार्रवाई नहीं करता है, तो इसे रद्द माना जाता है और उम्मीदवार को सीट अलॉटेशन सिस्टम से बाहर कर दिया जाता है। अगर किसी स्टूडेंट का अपग्रेड नहीं होता है, तो उसे उसकी पिछली सीट पर दाखिला मिलेगा और वह सीट बरकरार रहेगी।

​ऐसे करें सीट ‘फ्रीज’

जब एक स्टूडेंट अपने द्वारा ली गई सीट को जारी रखना चाहता है, तो उसे अपने डैशबोर्ड से सीट को ‘फ्रीज’ करना होगा। सीट को ‘फ्रीज’ करने के बाद, स्टूडेंट को ‘अपग्रेडेशन’ का विकल्प चुनने की अनुमति नहीं मिलेगी। यह उन्हें उनकी वरीयताओं के आधार पर अपग्रेडेशन की संभावना से बचाएगा और उनकी पहली सीट को सुरक्षित रखेगा।

बराबर स्कोर! ऐसे होगा टाई

जब टाई स्थिति उत्पन्न होती है, तो 12वीं कक्षा के टॉप 3 सब्जेक्ट में कुल मार्क्स का परसेंटेज देखा जाता है। यदि फिर भी टाई होता है, तो बेस्ट 4 सब्जेक्ट के स्कोर को देखा जाता है। अगर यहां भी टाई होता है, तो बेस्ट 5 सब्जेक्ट के स्कोर का मुकाबला किया जाता है। फिर भी यदि स्कोर बराबर होता है, तो उम्र को माप लिया जाता है। उम्र के आधार पर, जो छात्र/छात्रा बड़ी उम्र का होगा, उसे प्राथमिकता दी जाएगी।

नहीं किया रजिस्ट्रेशन, तो मिड एंट्री

अगर किसी स्टूडेंट ने किसी कारणवश सीएसएएस-2023 के लिए रजिस्ट्रेशन नहीं किया है, तो वे पिछले साल की तरह ही मिड एंट्री के साथ डीयू पोर्टल पर खुद को पंजीकृत कर सकते हैं। इसके लिए वे 1000 रुपये की मिड एंट्री फीस भरने के बाद भाग ले सकते हैं। हालांकि, इसका मतलब होता है कि उनके पास पहले से उपलब्ध ऑप्शनों में से कई ऑप्शन की सुविधा नहीं होगी। इसलिए, जरूरी है कि छात्र या छात्रा अपनी प्राथमिकताओं और उपलब्ध ऑप्शनों की समीक्षा करें और अपना फैसला लें, क्योंकि वे पहले से ही चुने गए ऑप्शनों में से कुछ ऑप्शन खो सकते हैं।

दिल्ली यूनिवर्सिटी में एडमिशन

डीयू के एडमिशन ब्रांच ने एडमिशन प्रक्रिया को तीन फेजों में विभाजित किया है। पहला फेज रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया है और इसे अधिकारियों ने बताया है कि यह सबसे आसान फेज है। इसमें, छात्रों को अपनी व्यक्तिगत जानकारी और आवश्यक दस्तावेज़ों को अपलोड करना होता है। एडमिशन ब्रांच ने छात्रों को सलाह दी है कि वे आवेदन पत्र भरें (admission.uod.ac.in) और पहला फेज पूरा करें।

दूसरा फेज कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (सीयूईटी) के परिणाम के बाद शुरू होगा और इसमें छात्रों को कोर्स और कॉलेज का चयन करना होगा

तीसरे फेज में, छात्रों को कॉलेजों में सीटें आवंटित की जाएंगी। डीयू में 67 कॉलेजों में 79 यूजी प्रोग्राम और 206 बीए प्रोग्राम की 71 हजार सीटें हैं।

दाखिले के पहले फेज में, छात्रों को पहले कॉमन सीट एलोटमेंट सिस्टम 2023 (सीएसएएस-2023) में रजिस्ट्रेशन करना होगा। इसके लिए, उन्हें सीयूईटी आवेदन नंबर और जन्मतिथि दर्ज करके रजिस्टर करना होगा। डीयू में दाखिले के लिए सीयूईटी देना और सीएसएएस-2023 में रजिस्ट्रेशन करना अनिवार्य है। रजिस्ट्रेशन 6 स्टेप्स के साथ पूरा होगा।

6 आसान स्टेप – दिल्ली यूनिवर्सिटी में एडमिशन

पहलाः 

पहले स्टेप में आपको अपना व्यक्तिगत सेक्शन भरना होगा। इसमें आपको अपना नाम, फोटो और सिग्नेचर अपलोड करना होगा, जो की आपके सीयूईटी के फॉर्म से आटोमेटिक रूप से लिए जाएंगे। यह खुशी की बात है की इसे आप खुद एडिट नहीं कर पाएंगे। इसके अलावा, आपको अपने माता-पिता के नाम, जाति, जेंडर, ईमेल, आईडी और मोबाइल नंबर भरना होगा।

दूसराः 

दूसरे स्टेप में आपको अकादमिक सेक्शन भरना होगा। यहाँ पर आपको अपने 12वीं कक्षा में प्राप्त हर विषय के नंबर भरने होंगे। यदि आपके पास थ्योरी और प्रैक्टिकल के अलग-अलग नंबर नहीं हैं, तो आपको थ्योरी में नंबर भरने और प्रैक्टिकल में 0 लिखने होंगे।

तीसराः 

तीसरे स्टेप में, जो छात्र सीयूईटी के स्पोर्ट्स कोटे या ईसीए की अतिरिक्त सीटों के लिए आवेदन करना चाहते हैं, उन्हें इस सेक्शन में अपनी स्पोर्ट्स की कैटेगरी भरनी होगी। वे अपनी पसंदीदा कैटेगरी जैसे फुटबॉल, क्रिकेट, बेसबॉल आदि में से चुन सकते हैं। उन्हें इस सेक्शन में तीन मेरिट/पार्टिसिपेशन सर्टिफिकेट की सेल्फ अटेस्टेड कॉपी अपलोड करनी होगी।

चौथाः

चौथे स्टेप में, आपको अपने सभी दस्तावेज़ और सर्टिफिकेट फॉर्म में अपलोड करने होंगे। इसमें कक्षा 10, कक्षा 12, एसीसी/एसीटी/ओबीसी-एनसीएल/EWS/माइनॉरिटी/CW/कश्मीरी माइग्रेंट/PWBD सर्टिफिकेट शामिल हैं।

पांचवांः 

पांचवें स्टेप में, आप अपने रजिस्ट्रेशन फॉर्म का प्रीव्यू देख पाएंगे। यदि आप फॉर्म में कोई सुधार करना चाहते हैं, तो आपको उसे एडिट करने का विकल्प मिलेगा। लेकिन, एप्लीकेशन फॉर्म जमा करने के बाद कोई बदलाव नहीं किया जा सकता है।

छठाः

छठें स्टेप में, आपको आखिरी चरण में अपना आवेदन फॉर्म जमा करना होगा। आपको अपनी रजिस्ट्रेशन फीस भरनी होगी इसके लिए। आपको अपने डैशबोर्ड पर पेमेंट गेटवे लिंक दिया जाएगा। यहाँ पर आप नेट बैंकिंग, डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड या UPI का उपयोग करके अपनी रजिस्ट्रेशन फीस जमा कर सकते हैं। ध्यान दें, अगर आपकी फीस जमा नहीं हुई है, तो आपका आवेदन मान्य नहीं माना जाएगा और आपको सीट नहीं मिलेगी।

इन सरल और प्यारे भाषा में आपके लिए यह स्टेप्स तैयार किए गए हैं। आपको ध्यान देने के लिए एसईओ के उद्देश्यों के साथ इसे लिखा गया है। बहुत बहुत धन्यवाद!